Monday 3 June 2013

बाप कर भी क्या सकता है ------------------

बाप कर भी क्या सकता है
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बेटा बड़ा हो गया है, कालेज भी जाने लगा है। एकलोता पुत्र लाड़ प्यार मे पला है। बाप को बेटे से पढ़ लिखकर बड़ा आदमी बनने की उम्मीद है। इसी उम्मीद के सहारे बेटे की पढ़ाई लिखाई पर बे हिसाब खर्च कर रहा है। कुछ दिन से बेटे के व्यवहार मे बदलाव दिख रहा था। बेटे से पूछने पर बेटे ने सब कुछ ठीक ठाक चल रहा है, बताया। बाप को संतोष नहीं था। बाप बेटे के कालेज एक दिन अकस्मात पहुचा बेटा अपनी क्लास से गायब था। बाप ने पास ही बैठे अन्य लड़को से पूछा तब उन्होने बताया की कई दिनो से वह कालेज नहीं आ रहा है। उसके एक दो दोस्तो के साथ इंटरनेट केफे मे दिन भर अश्लील फिल्मे देखता है। बाप ने केफे मे जाकर बेटे को फिल्म देखते हुये पकड़ लिया। वह कुछ नहीं बोला किन्तु घर आने पर बेटे को खूब डांट लगाई। बेटे ने विरोध करना शुरू किया, बाप ने बेटे को एक जोरदार थपड़ जड़ दिया। बेटे ने कहा आपको इस तरह का व्यवहार शोभा नहीं देता अब मै छोटा नहीं हूँ। आप की इस थपड़ का जवाब देना मै भी जानता हूँ। दो बारा आपने ऐसी हरकत की तो मै जहर खा लूँगा कहकर अपने रूम मे चला गया। माँ और बाप बेटे के इस आचरण पर दुखी थे। बेटे को गलत काम से मना करने पर बेटा जहर खाने की धमकी देता है। बाप ने सोचा आखिर वह क्या कर सकता है। बेटे उसी हाल पर छोड़ दिया। आखिर बाप कर भी क्या सकता है ?