Friday 27 August 2021

क्या हम एलोपेथी को गालियाँ देते रहेंगे

 क्या हम एलोपेथी को गालियाँ देते रहेंगे

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यु ट्यूब पर ज्ञानियों की भरमार है। कल मैं पेट सबंधी रोगों के बारे में अनेक डॉक्टरों और बाबा रामदेव के विडिओ देख रहा था। इस वीडियो में सभी एक बात कह रहे थे, खाने को 32 बार चबाओ और खाने के एक घंटे बाद पानी घुट घुट पीने से पेट रोगरहित रहता है, आयुर्वेद के ग्रंथों में लिखा हुआ ही इनके विडिओ में बताया जाता है, कोई नये तथ्य से अवगत नही कराया जाता है, आज के इस युग मे 32 बार चबाकर खाना खाने और घूंट घूंट पानी पीने का समय किसी के पास नह है इस स्थिति में क्या वह पेट का रोगी ही रहेगा, एलोपैथी से पेट को नीरोगी बना लेगा, उस समय के ऋषि मुनियों ने पेट निरोगी कैसे रखा जाए इस पर निश्चित शोध किया होगा और शोध के निष्कर्ष के आधार पर उनके तथ्यों को ग्रंथ में जगह मिली होगी, आज भी देश भी बड़े बड़े आयुर्वेदाचार्य और विशेषज्ञ जैसे बाबा रामदेव, तांबे, अहमदाबाद के कस्तुरे है, ये विद्वान शोध कर यह खोज सकते है कि क्या 32 बार खाना चबाने और घूंट घूंट पानी के सिवाय अन्य कोई विकल्प हो सकते जिससे पेट निरोगी रहे, एलोपैथी में रोज शोध हो रहे है, इस कारण एक रोग की कई दवा उपलब्ध है, और यही कारण हैं यह पेथी आज प्रासंगिक और तुरंत निदान में सहायक हैं, चरक या पतञ्जलि के तथ्यो और एलोपेथी  को गाली देने के बजाय आयुर्वेद पर शोध कर  मरीजो को लाभान्वित किया जाए।

वाकिंग

 वाकिंग

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आज हम किसी भी बीमारी के इलाज के लिए जाए तो डॉक्टर पैदल चलने की सलाह देते है, चलना सुबह,दोपहर, शाम कभी भी हो सकता है, किन्तु सुबह का चलना अन्य सभी चलनो से लाभकारी है, क्योकि इसमे उगते सूरज का प्रकाश वाकिंग करने वाले को मिलता है, सुबह के समय सूर्य प्रकाश में विटामिन D की मात्रा अधिक होती है, इससे रोग प्रतिरोधी शक्ति बढ़ती है साथ ही विटामिन डी की कमी नही रहती, छोटे बच्चों को लगभग आधा घंटा सुबह के सूर्य प्रकाश में घुमाने की सलाह डॉक्टर आजकल दे रहे है, शायद बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए हो, हमारे बच्चों कीके पीढ़ी पैदल चलने से बेहद कतराते है, 50 कदम भी दूर जाना है तो इसके लिए बाइक का उपयोग करते है, ग्रामीण क्षेत्रों मे किसान अपने खेतों में जाने के लिए बाइक का उपयोग करते है, एक अध्ययन के अनुसार 1966 में 66% बच्चे पैदल चलते थे किंतु आज यह संख्या घटकर 12% रह गयी है, यही कारण है कि हमारी अगली पीढ़ी पैदल चलने से दूरी बना रहे है, मोटापा, वजन का बढ़ना, सुगर की बीमारी होना आजकल बहुत बढ़ रहा है, नियमित 10000 कदम चलने से इन बीमारियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है, पैदल चलने के अनेक फायदे है, जिसे सब जानते है, हमारी पीढ़ी ने हमेशा पैदल चला है और आज भी पैदल चलने का कोई मौका नही छोड़ते चिंता हमारे आने वाली पीढ़ी की है, उन्हें इस गतिविधि  से कैसे जोड़ा जाए?

Sunday 4 July 2021

कुपोषण

 कुपोषण

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मप्र में अभी 70 साल के स्वतंत्रता के बाद भी एक जानकारी के अनुसार लगभग 4 लाख बच्चे अभी भी कुपोषित है,ये हमारे नोनिहाल है कल देश की बागडौर इनके हाथ मे आसकती है इसकारण इन्हें इस स्थिति से निकालना सरकार का दायित्व है, मप्र में ग़रीबो के भोजन के अनाज देने की व्यवस्था है, प्रदेश में अनेक आंगनबाड़ीया हैं, जिसमे दर्ज बच्चों को संतुलित भोजन देने की व्यवस्था सरकार ने की है, इसके बाद कुपोषित बच्चों की आश्चर्य में डालने वाली है, इस संख्या को देखते हुए लगता नही है की आंगनबाड़ी और सरकार द्वारा दिये जाने वाले अनाज में कही तो कोई गफलत है, या तो ऐसे परिवारो को सरकार की योजना का या तो लाभ नही मिल रहा है या आँगनवाड़ी का संतुलित आहार केवल एक दिखावा है, मुझे लगता है, ऐसे परिवार सरकार की योजना से या तो छूट गए है या छोड़ दिये गए है, सरकार को चाहिए कि ऐसे बच्चों के लिए अभियान चलाकर इन कुपोषण से बाहर निकाले, तंत्र इस अभियान में कितनी रुचि लेता है इसे भी देखना होगा क्योंकि इस अभियान में कोई मलाई नही है,

Thursday 17 May 2018

एक जंगल का राज्य



सिंह ही जंगल का राजा था,इस शासन ने जंगल में अनेक वर्षो तक राज किया किन्तु जगल की अधोसंरचना धरातल को चली गयी,ना आवागमन के लिए     सड़क थी  और नाही बिजली का प्रदाय व्यवस्थित था.इस राज्य के मुखिया और मंत्री जनता के प्रति उदासीन रहे जनता अत्यधिक त्रस्त थी इसलिए सिंह को गद्दी से हटा दिया और सता वानर सेना को सौप दी. कुछ साल वानर सेना ने ठीक ठाक काम  किया किन्तु वानरों के स्वभाव के अनुसार जिसके हाथ में जो वस्तु है लेकर चलते बनने का युग आ गया.बन्दर और उसके मंत्रियो ने अपने लिए रामराज्य स्थापित  कर लिया जिसके जो मन में आता करता, जिसे लूटना है लूटा जाता जहा चरना है चरता, कुल मिलाकर जो मिले जहा से मिले खाने की आदत पड गयी संक्षेप में जहा भी चारा दिखता चरने की लत लग गयी.सरकार को फिर चुनाव का सामना करना था इसीलए मुखिया को जनता की याद आगई वोट पाने के लिए खजाना खोल दिया.जनता ने जो माँगा वह दिया कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी कर दी किन्तु पेंशनरों को वह लाभ नहीं दिया जिसके वे हकदार थे उनकी 2 साल की  पेंशन सरकार ने डकार ली,वानर सेना का मुखिया जानता था ये बुजुर्ग क्या कर लेंगे ? क्योकि ऐसा ही प्रयोग सेना ने अपने पिछले कार्यकाल में किया था.इस जंगल का पेंशनर नहीं जानता कि आखिर भेदभाव उसके साथ ही क्यों होता है? गरीबो,दलितों किसानो के लिए के अनेक योजनाये शुरू की गयी और वानर सेना ने चुनाव जीत लिया किन्तु जनता की समस्याए जस की तस रही  वही मुखिया और उनके  मंत्रियो ने भूख मिटाने के लिए आय के नये नये साधन खोजमें लग गए. जनता आज भी त्रस्त है केवल सरकार मलाई खा रही है.कुछ बुजुर्ग जा विधी राखे राम ता विधी रहियेके सिधांत पर बचे कुचे दिन काट रहे है.

Tuesday 22 August 2017

अपने बहनों और बेटियों की सुरक्षा 
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आज सर्वोच्च न्यायालय ने एतिहासिक निर्णय सुनाया यह निर्णय एक विशेष समुदाय के महिलाओ के लिए था. इस निर्णय से इस वर्ग की महिलाये सुरक्षित हो गयी. महिलाये किसी भी वर्ग की हो हमारी संकृति उनका सम्मान करती है क्यों कि यही हमारे संस्कार में है. इस निर्णय को सभी धर्मो के लोगो ने सराहा केवल जिस वर्ग के विपरीत यह निर्णय है, उस समुदाय के अधिकांश लोगो ने इसे नही माना और उनके धर्म में इस निर्णय को न्यायालय का हस्तक्षेप माना, उनके नहीं मानने के फैसले से मेरे मन में यह प्रश्न उठा कि क्या यह निर्णय इनकी बहनों और लडकियों के पक्ष में नहीं है? मुझे यह भी लगा कि क्यों इन्हें अपनी बहन और बेटियों की चिंता क्यों नहीं है. अक्सर सभी समुदाय के लोग अपने बेटे या बेटियों के लिए मेहनत करते है यह कौम इन्हें अपनी विरासत से क्यों दूर रख रहा है. इस समुदाय राजे रजवाड़े में सता का हस्तांतरण बिना हिंसा के नहीं हुआ. माना कि इस समुदाय के लोग गरीब और ज्यादा पढ़े लिखे नहीं है. केवल मदरसों के बल पर यह समुदाय देश की चिंता की मुख्य धारा में नहीं आ पायेगा. इन्हें अपनी कटरता छोडनी होगी और अपने बेटे बेटियों की सुरक्षा और उनकी शिक्षा के लिए ज्यादा ध्यान देना होगा तब ही यह समुदाय अपना कल्याण कर सकेगा.

Saturday 12 December 2015

Marriage certificate from Mee sewa of Aandhra Pradesh & Telngana

Marriage certificate from Mee sewa of Aandhra Pradesh & Telngana
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Mee Sewa का अर्थ है At Your Service. यह सेवा आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना में उपलब्ध है और इसे सरकारों अपनी और से कार्य करने की अनुमति दी है.तेलेंगाना प्रदेश में यह संस्था 322 प्रकार की सेवा दे रही है और आन्ध्र प्रदेश में सेवाओ की संख्या 309 है. तेलंगाना के 10 जिला स्तर पर इसके केंद्र है और आन्ध्र प्रदेश के 13 जिले इस सेवा से आच्छादित है. इन जिलो में इनके केंद्र है और ये केंद्र निर्धारित शुल्क लेकर सेवा देने के लिए बाध्य है, इसको ऐसा भी कहा जा सकता है तेलंगाना और आंधप्रदेश के 322 और 309 सेवाए सरकार के नियंत्रण से मुक्त होकर कम्पुटर के नियंत्रण में है. यह एक अच्छा संकेत इन प्रदेशो के नागरिको के लिए है क्योकि अब इन सेवाओ के लिए नागरिको को सरकार के दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और नहीं बाबू राज के त्रसित होना पड़ेगा. इन सेवाओ में हिन्दू विवाह पंजीयन की व्यवस्था भी है. मी सेवा केंद्र में जाकर कोई भी व्यक्ति अपने विवाह का प्रमाण पत्र बना सकता है. इसके लिए मी सेवा ने आवेदन पत्र भी दिया है. इस आवेदन को आपको समझाने का प्रयास कर रहा हूँ,यदि आप इसे यहाँ समझ लेंगे तब आपको मी सेवा केंद्र में किसी कठिनाई का सामना न करना पड़े. यह फार्म google search में जाकर mee sewa टाईप करने पर आपको mee sewa की साईट मिल जाएगी. इस साईट की quick लिंक्स में Mee Seva Services Forms को क्लिक करे , इसमें विभिन्न विभागों के नाम आयेंगे इसमें से registration को क्लीक करे इसमें Hindu Marriage Registration Application Form-Marriage has been Performed को क्लिक करने पर आपको मेरिज सर्टिफिकेट का फार्म मिल जायेगा. इस फार्म के सबसे पहले कालम में आपको मोबाइल नंबर लिखना है.
perticulars husband wife 
1. a. full name -------------------- before marriage -----------------------
after marriage --------------------------
b. religion Hindu Hindu 
c. select caste same caste inter caste जैसी भी स्थिति हो के अनुसार दोनों में किसी एक चयन करे 
d. caste name ---------------- ---------------------
2. Date of birth ---------------- ----------------------
3. age at Solemnization of the Marriage ------------ ---------------------
4. date of solemnization of the Marriage ----------------- ----------------------
5. rank of profession ------------------- ----------------------
6.Permanent Place of Residence --------------------- ----------------------
a. District ---------------------- ----------------------
b. Mandal --------------------- ----------------------
c. Village/Ward --------------------- ----------------------
d. Complete Address --------------------- ----------------------
e. Distance Of SRO Office From Residence(In KMS) ----------------- --------------------
7. Place with Names of Taluk and District at which marriage was solemnized: 
a. District ----------------- --------------------
b. Mandal ----------------- --------------------
c. Village/Ward ----------------- --------------------
d. Locality/Land Mark ----------------- --------------------
8 Choose SRO Office
a Choose SRO/DR/DIG/JIG Office SRO DR DIG JIG choose one only 
Choose Office -------------------- ------------------
9. relation ship father father/guardian 
10 a. Father (Name in Full) ------------------- ------------------
b. Mother (Name in Full) -------------------- ------------------
11. no of copies ------------------------------------------------------------------------ ( विवाह प्रमाण पत्र कितनी प्रतियों में चाहिए यह लिखे )
12 Whether Bride or Bridegroom is a divorcee divorcee widow divorcee widow
13.Whether period of one year has elapsed from the date noted in the (Col.12) to the date of the application (See Section 15).
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इस फार्म को पूरी तरह भरे, भरने के बाद इसे scan कर desktop पर सेव कर ले. इस आवेदन पत्र के साथ विवाह का आमंत्रण पत्र, वर वधू की जन्म तिथि को प्रमाणित करने वाले अभिलेख जैसे जन्म प्रमाण पत्र, 10 वी की मार्कशीट ,आधार कार्ड यदि उसमे जन्म तिथि अंकित है , मेरिज फोटो (JPEJ/JPG फार्मेट में ) वर वधु के निवास प्रमाण को प्रमाणित करने वाले दस्तावेज जैसे , नवीनतम बिजली या टेलीफोन का बील, राशन कार्ड, आधार कार्ड आदि . आमंत्रण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मेरिज फोटो और निवास के पते के लिए proof किसी एक दस्तावेज की फोटो कॉपी निकालकर उसे स्व प्रमाणित कीजिये फिर इन दस्तावेजो को scan कर desktop पर save करे. इन सब डाकुमेंट को पेन ड्राइव में ट्रांसफर कर ले. पेन ड्राइव को लेकर किसी mee सेवा केंद में ले जाकर दे. वे आपके हस्ताक्षरित आवेदन और आपके अभिलेखों को सबमिट कर देंगे. सबंधित आफिस के अनुमोदन के बाद आपको विवाह प्रमाण पत्र की कॉपी प्रिंट कर देंगे. यदि यह सब आप नहीं कर पाते तो बताये गए documents mee सेवा केंद्र पर ले जाए. वे फार्म भी भर देंगे,सारे documents को scan कर सबमिट कर देंगे. इसके लिए वे निर्धारित शुल्क लेंगे. इसमें सबसे महत्वपूर्ण है documents. कोंनसे डॉक्यूमेंट लगेंगे इसको मैंने बताया है, कोई भी डाकुमेंट ले जाना न भूले, साथ वर वधु की पास पोर्ट साईज के दो फोटोग्राफ भी ले जाए. क्युकी विवाह प्रमाण पत्र में पति और पत्नी के फोटो लगते है. इसके साथ ही 100-200 इस विवाह के शुल्क के ले जाए. इसकी शुल्क निर्धारित है. यदि आपने तलाक दिया तब मजिस्ट्रेट का तलाक का आदेश ले जाए और पत्नी विधवा थी तो उसके पहले पति का मृत्यु प्रमाण पत्र ले जाना न भूले. कभी कभी पंजीयक इस विवाह के साक्षियों भी अपने समाधान के बुला लेते है. इस कारन साक्षियों का प्रबंध विलम्ब से बचने के लिए पहले से कर लेना चाहिए. छोटे शहरो में ऐसी स्थिति निर्मित नहीं क्योकि शहर छोटा होने के कारन सब एक दुसरे से परिचित होते है जबकि बड़े शहरो में साक्षी के प्रमाण की आवश्यकता हो सकती है. अच्छा यही है शादी के तुरंत बाद इस प्रमाण पत्र को प्राप्त कर लिया जाए. शादी की तैयारी की सूची इसे वरीयता पर रखे.यदि विवाह आर्य समाज मंदिर में हुआ तब इस समाज से विवाह का प्रमाण पत्र जरुर ले. आज विवाह प्रमाण पत्र महत्व पूर्ण हो गया है. इसके अभाव में पासपोर्ट नहीं बनेगा, इससे पत्नी आपके शहर की मतदाता बन सकेगी, जाति प्रमाण पत्र के लिए यह आवश्यक होगा. पत्नी को सरकार की किसी योजना में लाभ लेने के यह प्रमाण पत्र ही सहायक होगा. यह भी महत्व पूर्ण है कि यह प्रमाण पत्र पति और पत्नी के हिन्दू होने की दशा में मिलेगा, दोनों में से कोई एक अन्य धर्म को मानता है तब आपको विशेष हिन्दू अधिनियम के तहत कलेक्टर कार्यालय में आवेदन करने पर प्राप्त होगा. यह मेरे ज्ञान के अनुसार इस प्रमाण पत्र प्रक्रिया आनलाईन नहीं है. इसके कलेक्टर आफिस में आवेदन का फार्म मिलेगा और इसे भरकर देने पर कलेक्टर या जिला विवाह अधिकारी एक सुचना जारी कर इस विवाह के लिए आपति मंगाएगा, यदि एक माह के अन्दर कोई आपति नहीं आती है तब वह विवाह प्रमाण पत्र देगा. यदि आपति आती तब उसे सुनेगा और उसके समाधान पर ही वह प्रमाण पत्र जारी करेगा, कुछ प्रदेशो में विवाह में ही हिन्दू विवाह पंजीयक को बुला लिया जाता है और इसी समय उनका विवाह प्रमाण पत्र भी बन जाता है. विशेष हिन्दू अधिनियम और हिन्दू अधिनियम में बड़ा फर्क है. विशेष हिन्दू अधिनियम में अन्तर्धर्मी विवाह होते है जबकि हिन्दू अधिनियम में हिन्दू धर्म को मानने वालो का ही विवाह होते है. यदि विवाह किसी अन्य धर्मावलम्बी के साथ हुआ है तब ऐसे विवाह पर विशेष हिन्दू अधिनियम लागू होगा.

How to Search the Name In Voter list

वोटर लिस्ट में नाम खोजना 
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वोटर लिस्ट वह लिस्ट है जिसे एक बार घर घर जाकर बनाया जाता है. वैसे इसे बनाने का दायित्व जिला कलेक्टर का होता है, वे इस कार्य के लिए ग्रामीण क्षेत्र में पटवारियों और नगरीय क्षेत्र में नपा के कर्मचारियों को लगाते है, वे घर घर जाकर इस लिस्ट को बनाते है, पहली बार की लिस्ट में वही जानकारी होती है जो घरवाले उन्हें बताते है. इसके बाद दावा आपतियो का दौर चलता है, किसी का नाम गलत लिखा गया, कोई गलत पते से परेशान है तो कोई अपनी आयु से आपतिया कर ऐसी गलतियों को सुधारा जा सकता है, इसके लिए निर्धारित फार्म है जिसे भरकर SDM, तहसीलदार या बूथ आफिसर को देते है, इसकी जांच की जाती है और उनका समाधान होने पर इन गलतियों ठीक कर दिया जाता है. जो नए वोटर है उन्हें वोटर लिस्ट में अपना नाम शामिल करने के लिए दावा का फार्म भरना पड़ता है, एक बार बनी वोटर लिस्ट का साल में एक बार पुनरीक्षण किया जाता है, इसमें नए नामो को जोड़ने, नाम कटवाने और वोटर लिस्ट की अशुध्दियो को दूर किया जाता है, ये सब मतदाता का ही दायित्व है, इसके लिए आपको किसी आफिस में जाने की जरुरत नहीं है, आपके पास कम्पुटर है तो सीधे सबंधित CEO की साईट खोलकर नाम जोड़ सकते है, नाम कटवा सकते है और पता बदलने पर अपने पते के क्षेत्र में आने वाले विधान सभा क्षेत्र में नाम जुड़वाया जा सकता है. इसके लिए विभिन्न फार्म है. इसके लिए सीईओ इंडिया की साईट http://www.nvsp.in/ पर जाए इस साईट पर जाते ही आपको Search Your Name in electoral roll, Apply online for registration of new voter, Apply online for registration of overseas voter,Correction of entries in electoral roll,Know your booth, AC and PC,Know your BLO, ERO and DEO के आप्शंस मिलेंगे, आपके प्रकरण में आपको वोटर लिस्ट में नाम खोजना है. तब आपको पहिला विकल्प Search Your Name in electoral roll को क्लिक करना पड़ेगा. इसे क्लिक करने के बाद एक पेज खुलेगा जिसमे आपको यह चयन करना है कि आप अपना नाम किस पद्धति खोजना चाहते है, इसके लिए दो विकल्प है पहला है विवरण द्वारा खोज/Search by Details, और दूसरा है पहचान पत्र द्वारा खोज search by EPIC No. यदि आपके पास वोटर कार्ड है तब आप दूसरा विकल्प चुने. तब आपको जो पेज मिलेगा उसमे तीन बाक्स देखेंगे, पहले बाक्स में आपको अपना EPIC No लिखना है यह वैसा ही लिखा जायेगा जैसे वोटर कार्ड में है. किसी भी लेटर के बाद space नहीं देना है. यह नंबर आपके वोटर कार्ड पर लिखा मिलेगा. दुसरे बाक्स में आप जिस प्रदेश के मतदाता है उस प्रदेश को चुने. तीसरे कालम में पूर्व से लिखे छः अक्षर जैसे है वैसे ही लिखना है. अंत में आप Search को क्लीक करे. इसे क्लिक करने पर आपके बारे में जानकारी मिलेगी.इस जानकारी में आपको आपका EPIC No, NAME, AGE, FATHER NAME, STATE, DISTRICT,POLLING STATION,ASSEMBLY CONSTITUENCY के बारे में दिखेगा. इस जानकारी में एक और VIEW DETAIL का विकल्प है, इस विकल्प को क्लिक करते ही आपके पुरे विवरण का एक पेज खुलेगा, इस पेज का प्रिंट लेकर आप मतदान के लिए वोटर लिस्ट में नाम खोज सकते है, यह जानकारी आयडी के रूप में प्रयोग में नहीं की जा सकती है. इस पेज में निम्न जानकारी मिलेगी:-
1. राज्य ---------- जिस राज्य के मतदाता है उस प्रदेश का नाम अंग्रेजी में लिखा होगा. 
2. विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र ------------- इसमें जिस विधान सभा क्षेत्र के आप मतदाता है उसका नाम अंग्रेजी में लिखा होगा
3. नाम -------------------- यह हिंदी और अंग्रेजी दोनों में लिखा होगा.
4. लिंग ------------------ आप पुरुष है इस कारण इस में M लिखा होगा. महिला के प्रकरण में इस जानकारी के लिए F लिखा होगा.
5. पहिचान पत्र क्रमांक ------------ यह आपका वोटर कार्ड का नम्बर होगा. 
6. पिता /पति का नाम --------------------- यह हिंदी और इंग्लिश में लिखा दिखेगा 
7. मतदाता क्रमांक -------------- वोटर लिस्ट में आपका क्रमांक इसमें रहेगा, यह सरल क्रमांक नाम खोजने में मददगार है.
8. मतदान केंद्र ----------------- उस मतदान केंद्र का नाम होगा जिसमे मतदान करना है.
9. मतदान की तारीख ----------------- किस दिनांक को मतदान होगा उसकी जानकारी इस स्थान पर मिलेगी. यह चुनाव के समय लिखी रहती है. इसे खाली देखकर भ्रमित नहीं होना चाहिए 
10. नवीनतम अपडेट का समय : --------------- जिस तारीख आप यह जानकारी देख रहे वही दिनांक इस कालम में होगा. 
इसमें यह भी लिखा होगा यह कम्पुटर जनित जानकारी है और केवल मतदाता की जानकारी के लिए है. साथ ही यह भी चेतावनी होगी कि इसका उपयोग आय कार्ड के लिए नहीं किया जा सकता है. इसका आशय केवल यह है कि यह जानकारी मतदाता के लिए है. वह इसे देख सकता है किसी गलती को ठीक करने के लिए निर्धारित आवेदन आवेदन किया जा सकता है. अन्य किसी उपयोग की यह जानकारी नहीं है. इसी आधार पर आप अपने परिवार, मित्रो का वोटर लिस्ट का विवरण का प्रिंट आउट ले सकते है. साथ ही इन जानकारी में आपका पता बदल गया है तब आपको फार्म 6 में भारतीयों के लिए और फार्म 6 A में प्रवासी भारतीयों को आवेदन करना आपके लिए आवश्यक है. जानकारी पर आक्षेप या नाम हटाने के लिए फार्म 7 में आवेदन किया जायेगा. पृवेष्टि के किसी संशोधन के लिए फार्म 8 में आवेदन करना होगा. यदि एक ही विधान सभा क्षेत्र में मतदान केंद्र में बदलाव के लिए फार्म 8 A में आवेदन किया जायेगा. जब भी कोई बदलाव वोटर लिस्ट की जानकारी में होता है तब हमें बदलाव के अनुसार फार्म का चयन कर निर्वाचन आयोग या बूथ लेवल आफिसर को सूचित करने का दायित्व मतदाता का है. बदलाव की जानकारी ऑनलाइन या आफ लाइन भी दी जा सकती है. आनलाइन जानकारी देना सुविधा जनक है. यदि आप चाहते है कि आपका वोटर कार्ड अपडेट रहे तब जो भी बदलाव जानकारी में होते उसके लिए आवेदन किया जाना चाहिए. यह आसान प्रक्रिया है, थोड़े से अभ्यास से इस विधा में पारंगत हो सकते है. इससे अनेक लोगो को हम उनकी जानकारी उपलब्ध करा सकते है ऐसा कर हम समाज और देश प्रति अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे है.